Rohit Sharma: अब ना खेल पाऊँगा भाई!




जो सोचा भी नहीं था, वो अनहोनी होने वाली है। खबरें हैं कि टीम इंडिया से ऋषभ पंत निकल दिये जाएँगे। पंत एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज़ की पोजीशन में इस पूरी श्रृंखला में खिलाए गए हैं पर चार टेस्ट मैचों के बाद उनके स्कोर दिल तोड़ने वाले हैं। पंत इन इन चार टेस्ट मैचों में २२ की औसत से 154 रन बनाये हैं। उनके स्कोर रहे हैं 37, 1, 21, 28, 9, 28 और 30। यानी कम से कम इन आठ पारियों में पाँच बार पंत 30 के आसपास पहुँचे हैं पर इसको वो बड़े स्कोर में बदलने में असमर्थ रहे हैं। मेलबर्न टेस्ट की दोनों पारियों में अजीबोग़रीब शॉट लगा कर आउट हुए जिससे उन्हें मैदान के बाहर बहुत कुछ भला बुरा कहा जा रहा है। लोगों को कष्ट इस बात से हुआ कि मैच की परिस्तिथियाँ देखते हुए पन्त ने बल्लेबाज़ी नहीं की। अगर की होती तो मेलबर्न टेस्ट ड्रा होता और इंडिया अभी भी इस श्रृंखला में 1-1 से क़ायम रहता। पर अब इंडिया 2-1 से सीरीज में पीछे है और माना जा रहा है कि सिडनी में भी कोई करतब की उम्मीद ना की जाए तो बेहतर हैं। एक तो टीम के दिग्गज रन नहीं बना रहे हैं पर किसी में हिम्मत नहीं है कि उनसे कहे कि भाई आप कुछ मैचों के लिये बाहर बैठ जाओ। रोहित शर्मा और विराट कोहली का प्रदर्शन शायद पंत से भी ज़्यादा ख़राब है। पंत के साथ तो ये है कि वो 30 तक तो पहुँचते हैं। पर उसके बाद वो बेवक़ूफ़ी का शॉट खेल कर आउट हो जाते हैं। रोहित ने तीन टेस्ट मैचों में 31 रन छह पारियों में बनाये है। कोहली की हालत तो और भी पतली रही है। पहले टेस्ट में पार्थ में उन्होंने एक शतक तो लगाया पर उसके बाद वो सस्ते स्कोर पर आउट होते रहे। कोहली ने पूरी सीरीज में 176 रन बनाये हैं जिसमें 100 से ऊपर रन तो उनके एक ही पारी में आ गये थे। लेकिन इनको हटाने की हिम्मत कोच गौतम गंभीर मैं नहीं है। इसके विपरीत ऑस्ट्रेलिया को जब कड़ा कदम उठाना होता है वो उठा लेते हैं। ऑस्ट्रेलिया की और से मिशेल मार्श से रन नहीं बन रहे थे। इसलिए आख़िरी टेस्ट मैच में उन्हें हटा के एक नये खिलाड़ी बीयू वेबस्टर को सिडनी के लिये रखा गया है। मार्श ने चार टेस्ट मैचों में सिर्फ़ 73 रन बनाये हैं। इस तरह टीम इंडिया के लिये तीन सबसे बड़े सरदर्द हैं और तीनों ही टीम की जान माने जा रहे थे। ऋषभ पंत, रोहित शर्म और विराट कोहली ने एक तरह से टीम की लुटिया डुबो के रखी है। गेंदबाज़ी भी जसप्रित बुमराह के अलावा कोई ख़ास नहीं रही है। हालाँकि मोहम्मद सिराज ने 16 विकेट ज़रूर ली हैं पर उनका औसत 32 छू रहा है। बाक़ियों के हिस्से चार या पाँच विकेट ही आये हैं। अब सवाल उठता है कि अगर ये दिग्गज टीम से हटाये गये तो आप खिलायेंगे किसको। शुभमन गिल और देवदत्त पदीकाल दो ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो सिडनी में खिलाए जा सकते हैं।ऋषभ पंत की जगह ध्रुव जुरैल टीम में लिये जा सकते हैं। जहां तेज़ गेंदबाज़ी की सवाल है, प्रसिद्ध कृष्ण का चयन टीम में हो सकता है। ये सब कुछ हो सकता है पर सवाल ये है कि बिल्ली के गले में घंटी बंधेगा कौन?